रायबरेली, 16 मई (हि.स.)। गांधी परिवार के करीबी और कांग्रेस के कद्दावर नेता शिव बालक पासी का शनिवार की देर रात अमेठी के गौरीगंज अस्पताल में निधन हो गया।
जमीनी नेता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले शिव बालक राजीव गांधी के चहेतों में शुमार रहे। नसीराबाद थाना क्षेत्र के थौरी स्थित उनके पैतृक आवास पर जैसे ही उनका पार्थिव शव पहुंचा उनके समर्थक अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया कि वो निमोनिया से ग्रस्त थे। एक दिन पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शिव बालक पासी वर्ष 1985, 1990 और 2007 में कांग्रेस के टिकट पर सलोन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। वह राज्यमंत्री के साथ राष्ट्रीय सफाई आयोग के अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें कई सलाहकार समिति का सदस्य भी बनाया गया था। 2002 और 2012 के आम विधनसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया लेकिन वह चुनाव हार गए।
शिव बालक की राजनीति की शुरुआत 1972 में डीह ब्लॉक क्षेत्र के थौरी के प्रधान पद पर निर्वाचन से हुई। बाद में वह विधायक व मंत्री बने। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1972 से लगातार गांव का प्रधान उनके ही परिवार से होता आया है। रायबरेली कांग्रेस के अध्यक्ष पंकज तिवारी के अनुसार वह कांग्रेस के समर्पित नेता थे। उन्होंने पार्टी की मजबूती के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किये हैं। यह कांग्रेस के लिये अपूरणीय क्षति है।
2021-05-16