नगांव, 14 मई (हि.स.)। असम के पर्यावरण एवं वन, मत्स्य पालन, आबकारी मंत्री परिमल शुकलबैद्य ने शुक्रवार को नगांव जिला के बढ़मपुर विधानसभा क्षेत्र कोठियातली में उस घटनास्थल का दौरा किया, जहां 18 जंगली हाथियों की मौत हुई थी। वन मंत्री के साथ स्थानीय विधायक जीतू गोस्वामी भी मौजूद थे।
वन मंत्री शुक्लबैद्य ने एक टीम नियुक्त कर जंगली हाथियों की मौत की जांच करने के लिए उप वन संरक्षक केके देवरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव एवं मुख्य वन्यजीव वार्डन को जिम्मेदारी सौंपी है।
गुरुवार को अपने ट्विटर पर शुक्लबैद्य ने लिखा था कि नगांव के कोठियातली रेंज इलाके में कल रात भारी आंधी के कारण 18 हाथियों की मौत से गहरा दुख हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा के निर्देशानुसार स्थिति का जायजा लेने के लिए मैं शुक्रवार की सुबह पीसीसीएफ (वन्यजीव) और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थल का दौरा करूंगा।
बढ़मपुर के विधायक व भाजपा नेता जीतू गोस्वामी ने गुरुवार को घटनास्थल के संबंध में बताया था कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 22 जंगली हाथियों की बेहद घने जंगल में मौत हो गयी है। जबकि वन मंत्री ने शुक्रवार को मौके का दौरा कर 18 हाथियों के मरने की तस्दीक की है।
उल्लेखनीय है कि यह घटना बुधवार की रात को कोठियातली रेंज में कुंडोली में प्रस्तावित रिजर्व फॉरेस्ट की एक पहाड़ी पर हुई, इसकी जानकारी प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अमित सहाय ने दी। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि बीती रात को आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जंगली हाथियों की मौत हुई है, लेकिन सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल पाएगा।