सुपौल, 12 मई (हि. स.)। मधेपुरा के पूर्व सांसद व जाप सुप्रीमों राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव मंगलवार की रात 3 बजे वीरपुर कारा क्वारंटाइन जेल लाए गए। हालांकि पप्पू यादव को लेकर पुलिस बल लगभग डेढ़ बजे रात में ही पहुंची लेकिन सारी प्रक्रिया पूरी होते होते तीन बजे उन्हें जेल भेजा गया। इस दौरान पप्पू यादव गाड़ी पर ही बैठे रहे। अब 14 दिन उन्हें क्वारंटाइन जेल में ही रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी तबियत बहुत खराब है। तत्काल उसे सदर अस्पताल या मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवा दी जाय। तीन महीने पहले ही उनका ऑपरेशन हुआ है। जिसमें चिकित्सक ने उन्हें बेड रेस्ट करने की सलाह दी है। बाबजूद कानूनी प्रक्रिया के तहत फिलहाल मधेपुरा कोर्ट ने पप्पू यादव को वीरपुर जेल भेज दिया है। देर रात पप्पू यादव के साथ कई कार्यकर्ता भी वीरपुर पहुंचे। जहां जेल गेट के पास पप्पू यादव ने मौजूद प्रशासनिक व जेल अधिकारी से सारी बातें कही। उन्होंने कहा कि उनकी तबियत काफी खराब है। उनका रिपोर्ट फिलहाल कोरोना निगेटिव है। चूंकि कोरोना महामारी का दौर चल रहा है ऐसे में उनकी तबियत अगर बिगड़ी तो जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी फिलहाल किसी अस्पताल में शिफ्ट कर इलाज मुहैया कराने की गुहार की है लेकिन कहीं किसी तरह की रियायत नहीं दी गई है। पप्पू यादव ने बताया कि उन्हें सुबह के 9 बजे से रात के 3 बजे तक 16 घंटे बैठाकर रखा गया है। जबकि वे शुगर के मरीज हैं। पांव की पूर्व में सर्जरी हुई थी। एक माह पहले गोल ब्लाडर की सर्जरी हुई है। उन्हें पूरा आराम करने की डॉक्टरी सलाह दी गयी थी। बाबजूद उन्हें जेल में डाल दिया गया है। मालूम हो कि मधेपुरा जिला के मुरलीगंज थाना के कांड संख्या 9/ 89 के तहत मिडिल चौक निवासी शैलेंद्र यादव ने उनपर अपहरण का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पप्पू यादव फरार चल रहे थे। इस मामले में 22 मार्च को सुनवाई करते हुए मधेपुरा कोर्ट ने गिरफ्तार का वारंट जारी किया था।
सुरक्षा का किया गया पुख्ता इंतजाम
कोरोना काल में पूर्व सांसद के समर्थक चाह कर भी मुलाकात नहीं कर सकते हैं। इसके लिए जेल के आगे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 2/ 8 का पुलिस बल तैनात किया गया है। ताकि कोई चाह कर भी पूर्व सांसद से मुलाकात नहीं कर सके।
भूखहड़ताल पर बैठने की कही बात
पूर्व सांसद ने कहा कि 16 घंटे से बीमार रहने के बावजूद भूखे प्यासे गाड़ी पर बैठे हैं। चिकित्सकों ने आराम की सलाह दी है। बावजूद मेरे साथ जो भी हो रहा है अगर कुछ हुआ तो सारी जवाबदेही आपकी होगी। हमें क्या है हम तो भूख हड़ताल पर भी बैठ जाएंगे।