भोपाल, 11 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सहित समूची कांग्रेस पार्टी को आज कोविड के महासंकट में किए जा रहे उसके आचरण के लिए उसे कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कांग्रेस के सभी नेताओं को खरी-खरी सुनाई ।
शिवराज ने मंगलवार को ट्विटर पर सबसे पहले ट्वीट करते हुए कहा, ”मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी सरकार के साथ मिलकर कार्य करने की जगह अराजकता का माहौल पैदा करने की कोशिश करना उचित समझा। कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों ने वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया, जो बेहद निंदनीय और शर्मनाक है। ऐसे समय में सभी को एक होकर जनता की सेवा करना चाहिए।”
इसके बाद दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ”कांग्रेस नेता लगातार झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने और अस्थिरता बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं। जब-जब देश में कोई समस्या आई, कांग्रेस ने समाधान खोजने की जगह भ्रम फैलाया है। जबसे देश पर #COVID19 का संकट छाया, कांग्रेस के किसी भी नेता ने झूठ बोलने के अलावा कोई कार्य नहीं किया।”
फिर उन्होंने अपनी वॉल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के उस पत्र को साझा किया जिसे उन्होंने कांग्रेस की आंतरिक अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार मज़बूती के साथ जनता को #COVID19 से मुक्त करने हेतु निरंतर कार्यरत है। कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे गैरज़िम्मेदाराना बयानों को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है।
उल्लेखनीय है कि नड्डा ने कोरोना महामारी के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के व्यवहार को लेकर कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। चार पन्ने की चिट्ठी में लिखा गया है कि मुझे मीडिया के जरिए पता चला है कि आपने एक नवंबर 2020 को मुझे एक चिट्ठी लिखी, हालांकि अभी तक मुझे ऐसी कोई चिट्ठी नहीं मिली है। मुझे लगता है कि आपने यह चिट्ठी सिर्फ मीडिया के लिए तैयार की होगी। इसका मकसद सिर्फ यही नजर आता है कि यह पूरी तरह राजनीति के लिए था, न कि चिट्ठी में उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए। इसके बावजूद मीडिया के जरिए पहुंची इस चिट्ठी का मैं आपको जवाब दे रहा हूं ताकि आप लोगों को गुमराह करने की आपकी कोशिश सफल न हो सके।
यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लिखते हैं कि महामारी और संकट की इस घड़ी में कांग्रेस के व्यवहार से दुखी हूं लेकिन हैरान नहीं हूं। नड्डा ने पत्र में लिखा कि आपकी पार्टी के कुछ नेता लोगों की मदद करने में सराहनीय काम कर रहे हैं। लेकिन इन कुछ नेताओं के सराहनीय कार्यों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से फैलाई जा रही नेगेटिविटी से ग्रहण लग रहा है। जब भारत कोरोना महामारी के खिलाफ अत्यधिक साहस के साथ लड़ रहा है, ऐसे में हर कोई चाहेगा कि कांग्रेस के नेता लोगों को गुमराह करना बंद करें। लोगों में झूठा पैनिक पैदा किया जा रहा है। कांग्रेस नेता राजनीतिक विरोध के आधार पर अपना पक्ष रख रहे हैं।
नड्डा ने इसमें यह भी लिखा है कि भाजपा और एनडीए की सरकारों ने पहले ही यह घोषणा की है कि गरीब और वंचित लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि कांग्रेस सरकारें भी गरीबों के लिए भी ऐसा ही महसूस करेंगी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या राज्यों की कांग्रेस सरकारें फ्री में वैक्सीन की इसी तरह की घोषणा करेंगी? केंद्र सरकार को लेकर झूठ फैलाना बंद किया जाना चाहिए।