-वॉलेंटियर्स की संख्या अब एक लाख 12 हजार से अधिक हुई
भोपाल, 11 मई(हि.स.)। मध्य प्रदेश में सरकार एवं जनता के प्रयासों से अब कोरोना संक्रमितों की संख्या घटना शुरू हो गई है, लेकिन इसमें सबसे बड़ा योगदान उन लोगों का है जो कोविड के इस आपात संकट में अपना जीवन दांव पर लगाकर जनता की सेवा में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। खुशी की बात है कि प्रदेश में कोविड नियंत्रण में जन-जागरण के कार्यों में अहम योगदान दे रहे कोरोना वॉलेंटियर्स की संख्या अब एक लाख 12 हजार 506 से भी अधिक हो गई है।
इसे लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी खुशी जाहिर की है। सीएम शिवराज आज कोविड के नियंत्रण में इन कोरोना वॉलेंटियर्स के दिए जा रहे योगदान को अहम मानते हैं। उन्होंने कहा है कि यही जज्बा बना रहे तो हम जल्द ही कोरोना से निजात पा जाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका वैज्ञानिकों द्वारा जाहिर की गई है। प्रदेश में अधिकारियों की टीम, विशेषज्ञों और चिकित्सकों से लगातार चर्चा कर रही है। इसकी रोकथाम और बचाव के लिए अग्रिम रूप से हर संभव उपाय किए जाएंगे। बच्चों को सुरक्षित रखने का हर संभव प्रयास होगा। तीसरी लहर का आंकलन कर उचित फैसले लिए जायेंगे।
चौहान ने कहा कि बीमारी के लक्षणों को छुपाएँ नहीं। सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर भ्रम नहीं रखें। चिकित्सक की सलाह लेकर दवा लें। उन्होंने कहा कि कोरोना एक संक्रामक बीमारी है। इससे सरकार और सामाज मिलकर ही मुकाबला कर सकते हैं। समाज का उचित व्यवहार, रोकथाम और बचाव के उपायों को कड़ाई से अपनाकर ही कोविड-19 से बचा जा सकता है। उचित मास्क लगाएँ, आपस में पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। भीड़ वाले स्थानों में नहीं जाएँ। बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कुछ कोरोना मरीजों में हो रहे फंगल इंफैक्शन पर भी ध्यान दिया जाए। भारत सरकार द्वारा इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है, फंगल इंफैक्शन के इलाज के लिए उसे फॉलो किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन के मरीजों का पूरा ध्यान रखा जाए। नि:शुल्क मेडिकल किट के साथ रोज डॉक्टर की सलाह दी जाए। प्रतिदिन फोन से बात की जाए। कोई भी परेशानी होने पर 1075 नंबर पर कॉल किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि अब तक किल-कोरोना अभियान के तहत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में दस मई को 26 हजार 611 कोरोना संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों की सुपरवाइजरी टीम द्वारा जाँच की गई, जिसमें से 899 व्यक्तियों को कोविड केयर सेंटर में रेफर किया गया है। तीन हजार 273 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों को फीवर क्लीनिक रेफर किया गया है। साथ ही 22 हजार 439 मेडिकल किट का वितरण किया गया। शहरी क्षेत्र में किल कोरोना अभियान के तहत प्रदेश में दस मई को 6,227 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर 6,096 व्यक्तियों को मेडिकल किट प्रदान की गई और 937 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों को फीवर क्लीनिक रेफर किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड केसेस के आधार पर 200 नई कोविड एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। ऑपरेशन थियेटर और वेन्टिलेटर ऑपरेशन के लिए 3476 तकनीकी स्टाफ की स्वीकृति प्रदान की गई है।