किसानों को भारी नुकसान, कटाई-मिंजाई ठप
धमतरी, 10 मई ( हि. स.)I असहनीय धूप, गर्मी और उमस पड़ने वाले इस मई माह में सावन की झड़ी की तरह रात व दिन में बेमौसम बारिश हो रही है। रात में आंधी व गर्जना के साथ भारी बारिश हुई। सोमवार दूसरे दिन सुबह गर्जना के साथ तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश व आंधी ने किसानों की तैयार धान फसल को जमीन पर गिरा दिया है। फसल के ऊपर पानी भर गया है, ऐसे में धान के पौधों के सड़ने की आशंका है। खराब मौसम से किसानों को भारी नुकसान होने के कारण उनकी चिंता बढ़ गई है।
नौ मई की देर शाम आंधी तूफान के साथ मौसम खराब हुआ। तेज गर्जना के साथ हल्की बारिश भी हुई। फिर आधी रात भारी गरज चमक के साथ घंटों बारिश हुई।10 मई की सुबह से मौसम खराब रहा। ठंडी हवाओं और गर्जना के साथ साढ़े नौ बजे करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। बारिश से सड़कों व गलियों में पानी भर गया। बारिश में लोग फंसे रहे। बारिश थमने के बाद राहत की सांस ली, लेकिन तेज गर्जना व बादल वाला मौसम बना रहा। पुनः 10.30 बजे बारिश शुरू हुई। बारिश के दिनों की तरह दोपहर 12 बजे तक झड़ी होती रही। ठंड से राहत पाने गर्मी के इस मौसम और लाकडाउन के बीच अलाव का सहारा लेना पड़ा। कई लोग तो गर्म कपड़ों के साथ घरों से बाहर निकले। किसानों की धान फसल डूबी पानी में रबी सीजन में जिले के कई किसानों ने बोर सिंचाई सुविधा और नहर सिंचाई पानी के भरोसे करीब 60 हजार से अधिक हेक्टेयर रकबा पर धान फसल ली है।
किसानों के खेतों पर फसल पककर तैयार है। कटाई-मिंजाई कार्य जोरों पर है। कटाई-मिंजाई के मुख्य सीजन पर गर्मी के इस मौसम में बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ दी है। दिन व रात में हुई झमाझम बारिश से धान फसल पानी में भीग गई है। वहीं खेतों में तैयार धान फसल जमीन पर गिर गई है। पौधों के ऊपर पानी भर गया है, इससे धान फसल के सड़ने की आशंका है। किसान धरम लाल साहू, मनोज कुमार, अमन राम, पुनारद साहू का कहना है कि मई माह में हो रही बेमौसम इस बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। कटाई-मिंजाई के बाद धान खेत खलिहान पर पड़े हैं क्योंकि लाकडाउन के चलते मंडी बंद है, ऐसे में किसानों को धान बेचने मंडी खुलने का इंतजार है, इसके चलते धान बारिश में भीग रहा है।
2021-05-10