कोलकाता, 10 मई (हि.स.)। ममता बनर्जी के कैबिनेट का गठन आज हो गया है। सोमवार 11:00 बजे राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता कैबिनेट के 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई है। इसमें 24 पूर्ण मंत्री हैं जबकि 19 राज्य मंत्री होंगे। राज्य मंत्रियों में से 10 को स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। मंत्रियों में 16 नए चेहरे हैं।
शपथ लेने वाले पुराने मंत्रियों में वित्त मंत्री अमित मित्रा का नाम उल्लेखनीय है क्योंकि इस बार वह चुनाव नहीं लड़े। बावजूद इसके ममता कैबिनेट में उन्हें जगह मिल रही है। उन्हें पहले की तरह ही वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है। इसके अलावा राज्य के पूर्व परिवहन तथा खेल मंत्री मदन मित्रा उत्तर 24 परगना के कमरहाटी से विधायक के तौर पर जीते हैं लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल रही है। तपस रॉय और निर्मल माझी को भी इस बार मंत्रालय में जगह नहीं मिली है।
इस बार जिन नए लोगों को मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है उनमें बंकिम हाजरा, रथिन घोष, पुलक रॉय, विप्लव मित्रा, हुमायूं कबीर, अखिल गिरी, अक्रूजमान, शिवली साहा, श्रीकांत महतो, बीरबहा हासदा, ज्योत्सना मंडी, परेश अधिकारी और मनोज तिवारी शामिल हैं। पूर्व खिलाड़ी मनोज को खेल और युवा कल्याण मंत्रालय देने की चर्चा चल रही। इनमें से रामनगर के विधायक अखिल गिरी को मंत्रालय मिलने को लेकर राज्य की राजनीति में चर्चा तेज है। इसकी वजह है कि अखिल पूर्व मेदिनीपुर में शुभेंदु अधिकारी परिवार के प्रतिद्वंदी के तौर पर देखे जा रहे हैं। ममता बनर्जी से शुभेंदु अधिकारी के अलग होने और इस परिवार से तृणमूल कांग्रेस की दूरी के बाद अखिल गिरी और उनके बेटे को तृणमूल में बड़ी जिम्मेदारियां मिली थी। इसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना क्षेत्र में प्रतिनिधित्व का संदेश देने की कोशिश मानी जा रही है। इसके पहले वह चार बार से विधायक रहे हैं लेकिन उन्हें मंत्रि पद कभी नहीं मिला था। इसके अलावा शिवली साहा ही मंत्रालय में नई हैं जो शुभेंदु की खिलाफत करने वाले नेताओं में शामिल रही हैं। हालांकि इस बार तृणमूल कांग्रेस में बड़ी संख्या में फिल्मी सितारे भी जीते हैं लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है। उधर, चर्चा है कि शुभेंदु को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जा सकता है।
2021-05-10