शिमला, 07 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में दस दिन के कोरोना कर्फ्यू के पहले दिन शुक्रवार को बाजार पूरी तरह बंद रहे। सिर्फ आवश्यक सेवाओं में शामिल दुकानें खुली रहीं। इस दौरान बसों का आवागामन जारी रहा। निजी वाहनों का संचालन काफी कम देखा गया। राज्य में शुक्रवार सुबह छह बजे से कोरोना कर्फ्यू का समय शुरू हो गया था। सभी जिलों में कोरोना कर्फ्यू का प्रभावी असर नजर आ रहा है।
राजधानी शिमला के लोअर बाजार, राम बाजार, माॅल रोड़ सहित उपनगरों के बाजारों में दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। पर्यटकों व लोगों से खचाखच भरा रहने वाले शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर भी चहल-पहल कम रही। शिमला के लोकल व आईएसबीटी बस स्टैंड से अन्य दिनों की तर्ज़ पर बसें संचालित हुई। हालांकि एचआरटीसी ने कम यात्रियों वाले कई रूटों पर बसें नहीं चलाने का फैसला लिया है। राजधानी में एचआरटीसी की टेक्सी सेवा भी परिवहन विभाग द्वारा जारी एसओपी के तहत चल रही है।
इस बीच कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस बल भी तैनात रहा। पुलिस की टीमें बाजारों और प्रमुख मार्गों पर भ्रमण कर बेवजह घर से बाहर निकलने वालों को हिदायत दे रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण करने के मकसद से 17 मई की सुबह छह बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया है। सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कफ्र्यू के दौरान सरकारी व निजी कार्यालय बंद रहेंगे लेकिन आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इसके अलावा सभी सरकारी परिवहन सेवाएं 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेंगी और अंतर्राज्यीय परिवहन सेवाएं भी जारी रहेंगी। निजी वाहन केवल आपातकाल में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलाए जा सकेगें। इस दौरान प्रदेश में धारा 144 लागू रहेगी और एक स्थान पर 5 से ज्यादा लोग इक्कट्ठे नहीं हो सकेगें।
नई बात यह है कि प्रदेश सरकार ने कोरोना कफर्यू के बीच पर्यटकों को हिमाचल आने की सर्शत अनुमति दी है। कोरोना से अधिक प्रभावित सात राज्यों को छोड़ अन्य राज्यों से पर्यटक बिना कोरोना रिपोर्ट के हिमाचल में प्रवेश कर सकेंगे। हालांकि, पर्यटकों के लिए ई-कोविड पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य रहेगा।
2021-05-07