लखनऊ, 06 मई(हि.स.)। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सात बार सांसद रहे किसान नेता चौधरी अजीत सिंह के निधन पर चहुंओर शोक है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित सहित मंत्रियों और राजनीतिक दलों के अध्यक्षों ने शोक संवेदना व्यक्त कर अपनी श्रद्धांजलि दी है।
लखनऊ के सांसद और भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपने शोक संदेश में लिखा है कि ‘ चौधरी अजीत सिंह के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में वे हमेशा जनता और जमीन से जुड़े रहें। साथ ही किसानों, मजदूरों एवं अन्य निर्बल वर्गो के हितों के लिए संघर्ष भी करते रहे। चौधरी साहब से मेरे बहुत अच्छे संबंध थे। अलग-अलग राजनीतिक दलों में काम करने के बावजूद कहीं भी मनभेद नहीं था। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है। उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित जी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब किसानों की भलाई के लिए सदैव संघर्षरत रहे।
उन्होंने कहा कि उनके निधन से हुई राजनीतिक क्षति की भरपाई हो पाना कठिन है। अजीत सिंह 7 बार सांसद और कई बार केंद्रीय मंत्री रहे। शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति की कामना है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लोकप्रिय नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री व किसान हितैषी नेता चौधरी अजीत सिंह जी के निधन की दुखद खबर मिली। चौधरी साहब के निधन से समाज एवं राजनीति को अपूर्णीय क्षति हुई है। आरएलडी साथियों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं है। ईश्वर चौधरी साहब को श्रीचरणों में स्थान दें।
पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे किसानों और मजदूरों के मसीहा थे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री, आरएलडी प्रमुख चौधरी अजीत सिंह का आकस्मिक निधन अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को दुख की इस घड़ी में संबल प्रदान करे।
वरिष्ठ पत्रकार हेमन्त शर्मा ने कहा कि ‘किसानों की आवाज खामोश हो गयी। चौधरी अजित सिंह भी कोरोना के क्रूर हाथों का शिकार बने। चौधरी साहब बड़े किसान नेता थे। पिता के बाद जब राजनीति की विरासत संभाली तो पश्चिम से पूरब तक वे किसानों के इकलौते नेता थे।
उप्र के निवासी और झारखण्ड प्रदेश महामंत्री संगठन, भाजपा धर्मपाल सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ‘चौधरी अजीत सिंह के निधन का समाचार पीड़ादायक है। अपने सार्वजनिक जीवन में वे हमेशा जमीन से जुड़े रहे। किसानों, मजदूरों एवं अन्य निर्बल वर्गो के हितों के लिए संघर्ष करते रहे। शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं है, उन्हें ईश्वर श्री चरणों में स्थान दें।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आरएलडी प्रमुख और किसान नेता चौधरी अजीत सिंह के निधन पर गहरा शोक है। चौधरी अजीत सिंह किसानों के लिए संघर्ष किया।
उन्होंने कहा कि अजीत सिंह सच्चे समाजसेवी थे। उनके निधन से एक बहुत बड़ी राजनीतिक क्षति हुई है। वह गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनका निधन हो गया। उनके शोक संतप्त परिजनों, शुभचिंतकों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना है।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अजीत सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि लोकप्रिय नेता चौधरी अजीत सिंह के निधन की खबर अति दुखद है। उनके परिवार व उनके समस्त चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। कुदरत उन सब को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
रालोद के नेता व प्रवक्ता अनिल दूबे ने अपने शोक संदेश में कहा कि ‘एक युग का अंत हो गया। ‘किसानों और मजदूरों की मसीहा चौधरी अजीत सिंह अब अपने बीच नहीं रहे।
रालोद के अध्यक्ष और किसान नेता अजीत सिंह के निधन के सूचना मिलने पर उत्तर प्रदेश के तमाम किसान नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है। सामाजिक संगठनों के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी दुख व्यक्त किया।