तिरुवनन्तपुरम, 03 मई (हि.स.)। केरल विधानसभा के चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व में सत्तारूढ़ पार्टी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) ने सत्ता में फिर वापसी की है। राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री विजयन ने सोमवार को अपना इस्तीफा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंपा दिया। वर्ष 1980 के बाद से केरल में पहली बार किसी दल या गठबंधन ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है।
माकपा आज सरकार गठन पर विचार करने के लिए बैठक करेगी। इसके बाद माकपा-नीत गठबंधन एलडीएफ के नवनिर्वाचित विधायक बैठक कर विधायक दल का नेता चुनेंगे।
केरल विधानसभा की 140 सीटों में से एलडीएफ ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस-नीत गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 41 सीटें मिली हैं। भाजपा-नीत राजग को एक भी सीट नहीं मिली है। कांग्रेस ने 21 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा राज्य में 11.30 प्रतिशत मत पाने के बाद भी एक भी सीट नहीं जीत सकी है। सबसे खास बात यह है कि केरल में वामदल और कांग्रेस-नीत यूडीएफ के बीच सत्ता की अदला-बदली का चार दशक से चला आ रहा चलन समाप्त हो गया है।
विजयन ने आज सुबह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि भाजपा को केरल की खासियत समझने की जरूरत है।