तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली, 03 मई (हि.स)। केरल की जनता ने पिनराई विजयन में एक बार फिर विश्वास व्यक्त क्या है। निर्वाचन आयोग ने सभी 140 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इनमें सीपीएम की अगुवाई वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) को कुल 97 और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 41 सीटें मिली हैं। दो सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।
रविवार देर रात निर्वाचन आयोग ने राज्य विधानसभा की कुल 140 सीटों के परिणाम घोषित किए। इनमें 97 सीटें वाम नेतृत्व वाली एलडीएफ के नाम रही। इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कर रहे थे। दूसरी तरफ यूडीएफ को 41 सीटें मिली हैं।
सूबे में एलडीएफ का नेतृत्व करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, उसे 62 सीटें मिली हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी को 21 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 15 सीटें मिली हैं।
राज्य में 140 विधानसभा सीट के लिए 6 अप्रैल 2021 को वोट डाले गए थे। इस दौरान करीब 73 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
उल्लेखनीय है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में वाम नेतृत्व वाली एलडीएफ ने 83 सीटें जीतकर यूडीएफ को सत्ता से बाहर कर दिया था। तब यूडीएफ को 47 सीटें मिली थीं। 2021 के चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व में यूडीएफ सत्ता में लौटने का सपना देख रही थी, लेकिन उसे बहुमत हासिल नहीं हो पाया है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भी केरल चुनाव को प्रभावित करने के लिए रणनीतिक रूप से आगे बढ़ रही थी, लेकिन उसे कोई सफलता हाथ नहीं लगी।
2021-05-03