हैदराबाद, 19 दिसंबर: बैन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (माओवादी) को एक और बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को 41 माओवादियों ने तेलंगाना पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया, जिनमें से 39 छत्तीसगढ़ से हैं।
सरेंडर करने वालों में छह सीनियर अधिकारी शामिल थे। उन्होंने 24 हथियार भी सौंपे। तेलंगाना के पुलिस डायरेक्टर जनरल बी.ए. शिवधर रेड्डी इस इवेंट में मौजूद थे।
सरेंडर किए गए हथियारों में शामिल हैं: एक लाइट मशीन गन, तीन AK-47 राइफल, पांच SLR राइफल, सात राइफल, एक BGL गन, चार राइफल, एक सिंगल-शॉट राइफल और दो एयर गन।
तेलंगाना से सरेंडर करने वालों में एर्रागोला रवि (संतोष) 40, कामराम भीम आसिफाबाद – मंचेरियल डिविजनल कमेटी सेक्रेटरी और कनिकारापु प्रभजन 33, एक पार्टी मेंबर शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ से सरेंडर करने वालों में शामिल हैं: पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) बटालियन के 11, 2nd सेंट्रल रीजनल कमांड कंपनी तेलंगाना स्टेट कमेटी के 5, चेरला-शबरी एरिया कमेटी, भद्राद्री कोठागुडेम-अलुरी सीता राम राजू DVC के 4, प्लाटून-33, साउथ सब जोनल ब्यूरो, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) के 5, साउथ बस्तर DVC के 9, दरभा DVC के 4 और गंगालूर AC, वेस्ट बस्तर DVC का 1।
उन्होंने 24 फायरआर्म्स, 733 राउंड लाइव एम्युनिशन और 8 BGL शेल्स सौंपे हैं। DGP ने कहा कि हथियारों के सरेंडर से CPI (माओवादी) की ऑपरेशनल और लड़ने की क्षमता काफी कमजोर हो गई है।
DGP ने कहा कि सरेंडर मुख्य रूप से 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री की अपील के बाद किया गया। उन्होंने माओवादी कैडर से हिंसा छोड़कर मेनस्ट्रीम में लौटने की अपील की थी।
सरेंडर के कारणों में पार्टी को अनजान और दूर-दराज के इलाकों में भेजने की गलत पॉलिसी, सिक्योरिटी फोर्स का दबाव और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क की कमजोरी, नेताओं के बीच विचारधारा को लेकर टकराव और मतभेद, रहने के मुश्किल हालात, सेहत की दिक्कतें और परिवार से लंबे समय तक अलग रहना शामिल हैं।
तेलंगाना सरकार की रिहैबिलिटेशन पॉलिसी के मुताबिक, 5 लाख रुपये, ACMs/PPCMs को 4 लाख रुपये और पार्टी मेंबर्स को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे। केंद्र और राज्य की पॉलिसी के मुताबिक कुल 1,46,30,000 रुपये बांटे जाएंगे। हर सरेंडर करने वाले को 25,000 रुपये की टेम्पररी मदद पहले ही दी जा चुकी है।
शिवधर रेड्डी ने कहा कि इस साल कुल 509 माओवादियों ने तेलंगाना पुलिस के सामने सरेंडर किया है। इनमें 2 सेंट्रल कमेटी मेंबर, 11 स्टेट कमेटी मेंबर, 3 डिविजनल कमेटी सेक्रेटरी, 17 DVCMs/CPCMs और 57 ACMs/PPCMs शामिल हैं।
तेलंगाना के माओवादियों में से 54 लोकल हैं, जिनमें 5 CCM, 8 SCM, 13 DVCS/DVCM, 16 ACS/ACM और 12 PM शामिल हैं।
DGP ने कहा कि CPI लीडरशिप ने उन्हें अपनी एक्टिविटीज़ के लिए छत्तीसगढ़ से दूसरे इलाकों में फैलने का ऑर्डर दिया है। सरकार ने 31 मार्च, 2026 से पहले माओवादी प्रॉब्लम को सॉल्व करने का टारगेट रखा है। यह “सिक्योरिटी गारंटी” गुमराह करने वाला और झूठा वादा है। उन्होंने सभी माओवादियों से सरेंडर करने को कहा।
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