अगरतला, 13 दिसंबर: अभी कुछ राजनीतिक पार्टियां आदिवासियों को थानसा और ग्रेटर टिपरालैंड के मुद्दों में फासीवादी तरीके से उलझाए रखने की कोशिश कर रही हैं। वे उन्हें सिर्फ थानसा और ग्रेटर टिपरालैंड के मुद्दों में ही उलझाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर ध्यान न दे सकें। प्रदेश BJP अध्यक्ष और MP राजीव भट्टाचार्य ने आज रवींद्र भवन परिसर में भारतीय जनता पार्टी जनजाति मोर्चा द्वारा आयोजित महायोगदान बैठक में बिना नाम लिए टिपरा माथर पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
भट्टाचार्य ने कहा कि पहले त्रिपुरा में आदिवासी समुदाय से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रहे, लेकिन शिक्षा व्यवस्था को लेकर कोई सही पहल नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासियों का राजनीति में इस्तेमाल किया गया और उन्हें शिक्षा के मौकों से दूर रखा गया। आज उन्होंने बिना नाम लिए टिपरा माथर पर निशाना साधा। उनका कटाक्ष है कि आजकल कुछ पॉलिटिकल पार्टियां फासीवादी तरीके से आदिवासियों को उनके शिक्षा के अधिकार से दूर रखने की कोशिश कर रही हैं। यहां तक कि उन्हें सिर्फ थानसा और ग्रेटर टिपरालैंड के मुद्दों में ही बिज़ी रखने की कोशिश कर रही हैं, ताकि वे शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर ध्यान न दे सकें।
राजीव भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि आदिवासी समाज के युवाओं की सबसे बड़ी ज़रूरत शिक्षा है। शिक्षा के बिना समाज का पूरा विकास नामुमकिन है। इसलिए उन्हें शिक्षा की रोशनी में वापस लाने के लिए सही कदम उठाना ज़रूरी है। BJP सरकार ने आदिवासियों के विकास के लिए कई प्रोजेक्ट के मौके दिए हैं। इसलिए आदिवासी भाई-बहनों ने TTAADC में 28 में से 28 सीटें जीतकर सरकार बनाने का वादा किया है।
