धर्मनगर, 17 नवंबर: उत्तर ज़िले के वन विभाग ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है। गोपनीय सूत्रों से प्राप्त विशेष जानकारी के आधार पर, धर्मनगर उपजिला वन विभाग ने मंगलवार सुबह 6:30 बजे एक विशेष अभियान चलाकर लगभग 3 लाख रुपये मूल्य की अवैध सागौन की लकड़ी बरामद की। इस अभियान का नेतृत्व उपजिला वन विभाग अधिकारी सुप्रिया देबनाथ ने किया।
सूत्रों के अनुसार, यह अभियान चुराईबाड़ी वन क्षेत्र के अंतर्गत चुराईबाड़ी, फूलबाड़ी और लक्ष्मीनगर क्षेत्रों में एक साथ चलाया गया। लंबी तलाशी के बाद, वन अधिकारियों को कुल 175 फीट सागौन की लकड़ी बरामद हुई।
इसके अलावा, वन विभाग ने अवैध वन उत्पादों के परिवहन के आरोप में TR05A2597 और TR054375 नंबर वाली दो तेज़ रफ़्तार गाड़ियों को भी ज़ब्त किया है। दोनों गाड़ियों में भारी मात्रा में काँटेदार अगर के पेड़ रखे हुए पाए गए।
इस अभियान में चुरईबाड़ी, लालचरा, बागबासा, शनिचरा, पानीसागर और जूरी बिट के वनकर्मियों के साथ-साथ वन विभाग के अन्य कर्मचारी भी शामिल हुए। इस अभियान के बाद आसपास के इलाके में अचानक तनाव और जागरूकता फैल गई।
रेंजर सुप्रियो देबनाथ ने बताया कि बरामद सागौन की लकड़ी की कालाबाजारी में अनुमानित कीमत तीन लाख टका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वन विभाग अवैध वन संसाधनों के व्यापार और तस्करी को रोकने के लिए भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रखेगा।
उत्तरी जिले के वन विभाग की इस सफलता को न केवल अवैध लकड़ी और अगर व्यापारियों के लिए एक कड़ी चेतावनी माना जा रहा है।
