बुलेट ट्रेन परियोजना पर समीक्षा: पीएम मोदी ने इसे भारत की अंतरिक्ष यात्रा से जोड़ा

नई दिल्ली, 16 नवंबर:प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस बात पर बल दिया है कि जब देश के लिए काम करने और कुछ नया करने की भावना जागृत होती है, तो यह अपार प्रेरणा का स्रोत बन जाती है। श्री मोदी ने यह बात कल सूरत में भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा के बाद कही। उन्होंने इसकी तुलना भारत की अंतरिक्ष यात्रा से की। श्री मोदी ने कहा कि देश का पहला उपग्रह प्रक्षेपित करने वाले वैज्ञानिकों को कैसा लगा होगा और आज कैसे सैकड़ों उपग्रह प्रक्षेपित किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने परियोजना की प्रगति के बारे में जानकारी ली, जिसमें गति और समय-सारिणी के लक्ष्यों का पालन भी शामिल है। कार्यकर्ताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि परियोजना बिना किसी कठिनाई के सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है।

श्री मोदी ने कहा कि यदि यहाँ प्राप्त अनुभवों को एक ब्लू बुक की तरह दर्ज और संकलित किया जाए, तो देश बुलेट ट्रेनों के बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन की दिशा में निर्णायक रूप से आगे बढ़ सकता है। उन्‍होंने सुझाव दिया कि ऐसे रिकॉर्ड रखने से भविष्य के छात्रों को लाभ हो सकता है। जिससे राष्ट्र निर्माण में योगदान मिल सकता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हम अपना जीवन यहीं समर्पित करेंगे और देश के लिए कुछ मूल्यवान छोड़ जाएँगे।

केरल की एक इंजीनियर ने गुजरात के नवसारी स्थित नॉइज़ बैरियर फ़ैक्टरी में काम करने का अपना अनुभव साझा किया, जहाँ रीबार केज वेल्डिंग के लिए रोबोटिक इकाइयाँ तैनात की जा रही हैं। श्री मोदी ने उनसे पूछा कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन बनाने के अनुभव को उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कैसे महसूस किया, जिस पर इंजीनियर ने देश की पहली बुलेट ट्रेन में योगदान देने पर गर्व व्यक्त किया और इसे एक स्वप्निल परियोजना और अपने परिवार के लिए गर्व का क्षण बताया। इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे।