झारसुगुड़ा, 27 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को झारसुगुड़ा में आयोजित ‘नमो युवा सम्मेलन’ में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देशवासियों का धन लूटा और यहां तक कि सालाना केवल 2 लाख रुपये आय वाले लोगों को भी कर के दायरे में लाया। मोदी ने कहा, “बीजेपी सरकार ने उस सीमा बढ़ाकर अब 12 लाख रुपये से ऊपर कर दी है। कांग्रेस और उनके सहयोगियों से सावधान रहें, क्योंकि वे केवल लूटना जानते हैं।”
प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया कि जीएसटी व्यवस्था में सुधार कर केंद्रीय सरकार ने आम जनता को राहत दी है। उन्होंने कहा, “जब हमारी सरकार ने सीमेंट की कीमतें कम कीं, तब हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने अपने कर लगाए। जब हमने जीएसटी दर घटाई, तब पूरे देश में कीमतें कम हुईं, लेकिन कांग्रेस इसे जनता तक पहुंचाना नहीं चाहती।” उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर से लागू नए जीएसटी ढांचे में 5% और 18% की दो दरें लागू की गई हैं।
ओडिशा के विकास के संदर्भ में मोदी ने कहा, “डबल इंजन सरकार के तहत अब गरीबी की जंजीर टूट रही है और ओडिशा समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। हमारा लक्ष्य गरीब, दलित और आदिवासियों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।” उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “चिप से शिप तक—हर क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर होना चाहिए।” इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बताया कि केंद्र ने ओडिशा में दो सेमीकंडक्टर यूनिटों को मंजूरी दी है।
जनसभा में उन्होंने 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें टेलिकॉम, रेलवे और उच्च शिक्षा क्षेत्रों के विकास कार्यक्रम शामिल हैं। मोदी ने बेहरामपुर-उधना (गुजरात) में ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ को भी शुरू किया, जो गुजरात में रहने वाले ओड़िया समुदाय के लिए लाभकारी होगी। इसके साथ ही, उन्होंने करापूट-बैगुड़ा रेललाइन के 34 किमी डबलिंग और मानाबर-करापूट-गोरापुर सेक्शन के 82 किमी हिस्से का डबलिंग उद्घाटन किया, जिन पर कुल 1,400 करोड़ रुपये खर्च हुए। इसके अलावा, 273 करोड़ रुपये की लागत से संभलपुर शहर में 5 किमी लंबे फ्लाईओवर का भी उद्घाटन किया गया।
प्रधानमंत्री ने देश के टेलीकॉम क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम के रूप में बीएसएनएल का ‘स्वदेशी’ 4G स्टैक लॉन्च किया। भारत संचार निगम लिमिटेड के रजत जयंती अवसर पर 97,500 से अधिक मोबाइल टावर लगाए गए, जिनमें 92,600 टावर बीएसएनएल के हैं। लगभग 37,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए ये टावर और तकनीक पूरी तरह देशीय हैं। इससे भारत उन देशों की कतार में शामिल हो गया है, जो अपने टेलीकॉम उपकरण स्वयं उत्पादन करते हैं, जैसे डेनमार्क, स्वीडन, दक्षिण कोरिया और चीन।
याद रहे कि जून 2024 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद यह प्रधानमंत्री की 15 महीने में छठी यात्रा थी। 2018 के 22 सितंबर को झारसुगुड़ा हवाई अड्डे के उद्घाटन के सात साल बाद वह फिर इस शहर पहुंचे।
