“रक्त और क्रिकेट साथ नहीं चल सकते” — एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच के बहिष्कार की उद्धव ठाकरे की चेतावनी, शिवसेना करेगी विरोध प्रदर्शन

मुंबई, 13 सितंबर: एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर देशभर में राजनीतिक माहौल गर्म है। इसी বিতর্কের মাঝে शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और बीसीसीआई पर तीखा हमला बोला है। एक प्रेस कांफ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा, “जब हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि ‘रक्त और जल एकसाथ नहीं बह सकते’, तब रक्त और क्रिकेट कैसे साथ-साथ चल सकते हैं?” उन्होंने इस मैच को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि यह देश को यह दिखाने का समय है कि भारत आतंकवाद के साथ कोई समझौता नहीं करता।

उद्धव ठाकरे ने कहा, “यह मैच बहिष्कार करने का एक सही मौका है। इससे हम विश्व को यह संदेश दे सकते हैं कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करता। युद्ध और क्रिकेट एकसाथ नहीं हो सकते। आज देशभक्ति का इस्तेमाल सिर्फ पैसे कमाने के लिए किया जा रहा है।” उन्होंने यह भी ऐलान किया कि रविवार को भारत-पाकिस्तान मैच के समय महाराष्ट्र भर में शिवसेना विरोध प्रदर्शन करेगी, खासकर महिला कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगी।

ठाकरे ने कहा, “हमारी महिला कार्यकर्ता महाराष्ट्र के हर घर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिंदूर भेजेंगी। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं है, यह देशभक्ति का अपमान है।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ने एक बार पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद से मुलाकात में स्पष्ट कहा था कि जब तक पाकिस्तान भारत में आतंकवाद फैलाना बंद नहीं करता, तब तक क्रिकेट नहीं हो सकता।

एशिया कप को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मुद्दे पर अलग राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत की आपत्ति हमेशा द्विपक्षीय श्रृंखला को लेकर रही है, न कि बहुपक्षीय टूर्नामेंट में खेलने को लेकर। उन्होंने कहा, “हमने कभी एशिया कप या आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान से खेलने का विरोध नहीं किया है। आप यथार्थ से मुंह नहीं मोड़ सकते।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा जम्मू-कश्मीर हिला हुआ है और इस प्रकार की घटनाएं एक वास्तविक खतरा हैं।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध और बिगड़ गए हैं, और इसी संदर्भ में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर फिर রাজনৈতিক बयानबाज़ी शुरू हो गई है।

विपक्षी दलों का विरोध और सरकार की सफाई
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “हमने पहले कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता, तब तक उससे कोई संबंध नहीं रखा जाएगा। लेकिन अब फिर उसी देश के साथ क्रिकेट खेला जा रहा है।”

आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने कहा, “पहल्गाम हमले में जिन महिलाओं ने अपने पति खोए, उनके लिए यह फैसला एक बड़ा अपमान है। इस मैच के ज़रिए देश की छवि को ठेस पहुंचाई जा रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि AAP कार्यकर्ता उन क्लबों, रेस्टोरेंट्स और पब्स का पर्दाफाश करेंगे जो यह मैच दिखाएंगे, ताकि लोग वहां न जाएं।

उधर, केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, “भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला बंद कर दी है और वह निर्णय तब तक कायम रहेगा जब तक पाकिस्तान आतंकवाद नहीं रोकता। लेकिन एशिया कप और आईसीसी जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट्स में भाग लेना हमारी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता है।”

रविवार को भारत-पाकिस्तान मुकाबला
14 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर अब देशभर में बहस तेज हो गई है। एक ओर हैं राष्ट्रीय सुरक्षा और जनता की भावना, दूसरी ओर है अंतरराष्ट्रीय खेल नीति और टूर्नामेंट की बाध्यता। अब देशभर की निगाहें इस पर टिकी हैं कि सरकार और खेल प्रशासन इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।