अगरतला, 8 सितंबर: राजधानी अगरतला के मध्य में, रवींद्र भवन के पास, हाल ही में एक नाइट क्लब खुलने को लेकर गरमागरम बहस छिड़ गई है। राज्य तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आवाज़ उठाई है। सोमवार को अगरतला स्थित तृणमूल भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में, युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष शांतनु साहा ने कहा कि इस तरह की पहल शहर के लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक माहौल को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाएगी।
शांतनु साहा के अनुसार, रवींद्र भवन सिर्फ़ एक इमारत नहीं है, बल्कि यह त्रिपुरा में सांस्कृतिक अभ्यास के केंद्रों में से एक है। यहाँ नाटक, संगीत, कविता पाठ, चित्रकला प्रदर्शनियों से लेकर विभिन्न प्रकार की कला और साहित्य का नियमित रूप से आयोजन होता रहता है। ऐसी जगह के पास नाइट क्लब खोलना युवा पीढ़ी को गलत रास्ते पर ले जाने जैसा है। परिणामस्वरूप, शहर की विरासत और संस्कृति की जड़ें नष्ट हो जाएँगी।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार त्रिपुरा की सांस्कृतिक विरासत को व्यवस्थित रूप से नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उनके अनुसार, रवींद्र भवन के बगल में बच्चों के लिए एक ‘चिल्ड्रन पार्क’ बनाया गया है। परिवारों और बच्चों के लिए निर्धारित क्षेत्र में इस तरह का क्लब चलाना पूरी तरह से अनैतिक और असामाजिक है।
इस दिन, शांतनु साहा ने न केवल वर्तमान मुख्यमंत्री, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बिप्लब कुमार देब से भी इस नाइट क्लब को बंद करने के लिए उचित कदम उठाने की माँग की। उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की राय एकमत होनी चाहिए, क्योंकि यह न केवल एक राजनीतिक, बल्कि एक सांस्कृतिक और सामाजिक समस्या भी है।
तृणमूल कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन और सरकार इस नाइट क्लब को तुरंत बंद करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाती है, तो एक बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। पार्टी ने सांस्कृतिक संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और आम लोगों से भी इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है।
अब आम लोगों में यह जानने की उत्सुकता पैदा हो गई है कि प्रशासन इस विवादास्पद नाइट क्लब के संबंध में क्या कार्रवाई करेगा।
