पाहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंगापुर के समर्थन पर पीएम मोदी ने जताया आभार

नई दिल्ली, 4 सितंबर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति सहानुभूति और समर्थन जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग का धन्यवाद किया। गुरुवार को हैदराबाद हाउस, नई दिल्ली में आयोजित एक संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने यह बात कही।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना सभी मानवीय देशों की जिम्मेदारी है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सिंगापुर सरकार की सहानुभूति के लिए मैं प्रधानमंत्री वॉन्ग का आभार प्रकट करता हूं।”

गौरतलब है कि इस वर्ष अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग की यह भारत यात्रा विशेष महत्व বহন করে, क्योंकि इस वर्ष भारत और सिंगापुर के बीच राजनयিক संबंधों के 60 वर्ष পূूर्ण हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पिछले सिंगापुर दौरे के समय हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों को ‘पूर्ण रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाया था।”

पीएम मोदी ने आगे कहा, “भारत और सिंगापुर का संबंध केवल राजनयिक नहीं, बल्कि उद्देश्यपूर्ण साझेदारी है, जो साझा मूल्यों, परस्पर हितों और शांति, प्रगति एवं समृद्धि के प्रति समान दृष्टिकोण पर आधारित है।”

तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग ने कहा, “एक अस्थिर और अनिश्चित विश्व में भारत-सिंगापुर की साझेदारी और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। हमारा संबंध पारस्परिक सम्मान, समान मूल्यों और गहरे विश्वास पर आधारित है।”

उन्होंने यह भी कहा, “हम एक साथ रहकर और अधिक मज़बूत बन सकते हैं, नए अवसरों को अपना सकते हैं और अपने क्षेत्र व विश्व में स्थिरता और विकास में योगदान दे सकते हैं।”

लॉरेंस वॉन्ग ने जानकारी दी कि अंतरिक्ष अनुसंधान समेत कई नए क्षेत्रों में भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग बढ़ेगा। उन्होंने बताया, “अब तक भारत से 20 से अधिक सिंगापुर निर्मित सैटेलाइट लॉन्च किए गए हैं। अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए हैं।”

उन्होंने यह भी कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और मैं सहमत हैं कि हमारे संबंधों की बुनियाद लोगों के बीच की कनेक्टिविटी है। हम विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान बढ़ाने का निर्णय ले चुके हैं, विशेष रूप से सरकारी अधिकारियों के बीच सहयोग को और मजबूत किया जाएगा।”