भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। इस प्रतिष्ठित उपलब्धि को हासिल करने वाला यह देश का 44वां प्रमुख स्थल बन गया है। पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में विश्व धरोहर समिति के 47वें सत्र के दौरान कल शाम इसकी घोषणा की गई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर लोगों को बधाई दी है। यह वैश्विक सम्मान भारत की चिरस्थायी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है, जो इसकी स्थापत्य कला, क्षेत्रीय पहचान और ऐतिहासिक निरंतरता को भी दर्शाता है।
17वीं से 19वीं शताब्दी तक फैले मराठा सैन्य परिदृश्य में बारह किेले शामिल हैं, जो मराठा साम्राज्य की रणनीतिक सैन्य दृष्टि और स्थापत्य कला को व्यक्त करते हैं। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में फैले चयनित स्थलों में महाराष्ट्र के सलहेर, शिवनेरी, लोहगढ़, खंडेरी, रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, सुवर्णदुर्ग, पन्हाला, विजयदुर्ग तथा सिंधुदुर्ग के साथ-साथ तमिलनाडु में गिंगी किला शामिल हैं।
