संसद के मानसून सत्र से पहले चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर संसद की समस्त कार्यवाहियों में वास्तविक समय पर भारतीय सांकेतिक भाषा में व्याख्या की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है।
श्री खंडेलवाल ने कहा है कि यह प्रस्ताव उन नागरिकों के लिए संसदीय प्रक्रियाओं को पूर्ण रूप से सुलभ बनाने के उद्देश्य से रखा गया है, जो श्रवण संबंधित अक्षमता से पीड़ित हैं।
श्री खंडेलवाल के प्रस्ताव में लोकसभा और राज्यसभा की सभी कार्यवाहियों- भाषण, बहस, संवैधानिक पदाधिकारियों के विशेष संबोधन, और आधिकारिक मीडिया ब्रीफिंग शामिल हैं। अपने पत्र में श्री खंडेलवाल ने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की शासन प्रणाली में एक बुनियादी परिवर्तन आया है, जिसमें पारदर्शिता, समावेशिता और पहुंच को नीति निर्माण की मूल भावना बनाया गया है।
