कनिष्क बम विस्फोट की 40वीं वर्षगांठ पर विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इसे आतंकवाद के सबसे बुरे कृत्यों में से एक बताया। 1985 में आज ही के दिन एयर इंडिया की फ्लाइट 182, जो मॉन्ट्रियल, कनाडा से लंदन और फिर नई दिल्ली जा रही थी, कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किए गए कायराना आतंकी हमले में अटलांटिक महासागर के ऊपर हवा में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हमले में 329 निर्दोष यात्री मारे गए थे, जिनमें विदेशी नागरिकों के साथ ही कई भारतीय नागरिक और बच्चे भी शामिल थे। डॉ. जयशंकर ने कहा कि यह हमला याद दिलाता है कि दुनिया को आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता क्यों दिखानी चाहिए।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी, आयरलैंड के प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन और कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी के साथ कॉर्क में अहकिस्ता स्मारक पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता तरुण चुघ और कई राज्यों के विधायक शामिल हैं।
