अगरतला, 16 जून: भाजपा राजसी युग की यादों को मिटाना चाहती है। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस आदिवासी समिति के अध्यक्ष शब्दकुमार जमातिया ने आज प्रदेश कांग्रेस भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में लगाया। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर टिपरा मठ सुप्रीमो प्रद्योत किशोर देबबर्मन की भी कड़ी निंदा की।
संयोग से, त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस आदिवासी समिति के अध्यक्ष शब्दकुमार जमातिया ने सोमवार को कांग्रेस भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में आदिवासियों की विभिन्न मांगों को लेकर त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस आदिवासी समिति द्वारा मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र का विवरण दिया। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर टिपरा मठ सुप्रीमो प्रद्योत किशोर देबबर्मन की भी कड़ी निंदा की।
आज शब्दकुमार जमातिया ने विभिन्न मुद्दों पर पूर्व टिपरा मठ सुप्रीमो और एमडीसी प्रद्योत किशोर देबबर्मन की चुप्पी पर बात की। उनके शब्दों में, चाहे वह सीएए आंदोलन हो या पुष्पवंत पैलेस या बांग्लादेशी वितरण, उन्होंने हर मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया और फिर उससे पीछे हट गए, उन्होंने सवाल उठाया। उन्होंने इस संबंध में प्रद्योत को एक पत्र भी लिखा। टिपरा माथा ने अपने शब्दों में पुराने राजभवन में पांच सितारा होटल बनाने के राज्य सरकार के फैसले का विरोध किया। माथा की शिकायत थी कि भाजपा सरकार इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रही है। सरकार अगरतला में पुराने राजभवन को ताज होटल कंपनी को सौंपना चाहती है। लेकिन इतिहास को मिटाकर विकास कभी संभव नहीं है। फिर राज्य सरकार के साथ समझौता हस्ताक्षर समारोह के बाद, राज्य के लोगों ने इस मुद्दे पर कोई हलचल नहीं देखी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी मुद्दों को लेकर प्रद्योत किशोर देवबर्मन को एक पत्र लिखा था।
