बांग्लादेश सरकार ने शेख मुजीबुर रहमान का ‘स्वतंत्रता सेनानी’ का दर्जा छीन लिया है। अंतरिम सरकार के अध्यादेश ने ‘स्वतंत्रता सेनानी’-बीर मुक्तिजोधा शब्द को फिर से परिभाषित किया है, जिसमें तीन नई श्रेणियां शामिल की गई हैं।
अध्यादेश के अनुसार बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कई प्रमुख लोगों सहित चार सौ से अधिक निर्वाचित राजनेताओं का ‘बीर मुक्तिजोधा’ का दर्जा खत्म हो गया है। इनमें सैयद नज़रुल इस्लाम, ताजुद्दीन अहमद, एम. मंसूर अली और एएचएम कमरुज्जमां शामिल हैं। इन सभी नेताओं को अब स्वतंत्रता सेनानी के बजाय मुक्ति संग्राम के सहयोगी के रूप में जाना जाएगा। कई शिक्षाविदों, स्वतंत्रता सेनानियों, राजनेताओं, सैनिकों और आम जनता ने इस निर्णय का विरोध किया है।
