केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राष्ट्रव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान में शामिल होने के लिए कुलपतियों, प्रोफेसरों और विद्यार्थियों को प्रेरित किया। यह अभियान 29 मई से शुरू होने जा रहा है। नई दिल्ली में कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निदेशकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सरकार का मुख्य फोकस विज्ञान आधारित कृषि रूपांतरण को बढ़ावा देने पर है।
श्री चौहान ने इस संस्थान को कृषि का मंदिर बताते हुए कहा कि कृषि अनुसंधान की दिशा किसानों की खेती और उनकी आवश्यकताओं के आधार पर तय की जाएगी। उन्होंने कुछ क्षेत्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता का उल्लेख किया। इनमें अधिक उत्पादन, उत्पादन लागत में कटौती, कृषि का विविधीकरण और सतत कृषि शामिल हैं। श्री चौहान ने कहा कि केंद्र, राज्य और देश के कृषि संस्थान कृषि क्षेत्रों के विकास में मददगार होंगे। ये विश्व के फूड बॉस्केट बनाने में भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
