केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में ऊर्जा सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौती बताया

केन्‍द्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने ऊर्जा सुरक्षा को आज की सबसे महत्‍वपूर्ण चुनौतियों में से एक के रूप में रेखांकित किया है। ब्राजील में ब्रिक्‍स देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्‍व करते हुए उन्‍होंने स्‍वच्‍छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में उपलब्धियों को दर्शाया। श्री मनोहर लाल ने ऊर्जा उत्‍पादन के विस्‍तार, नवीकरणीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन को बढा़वा देने और ऊर्जा तक पहुंच में सुधार में भारत की दस वर्ष की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्‍होंने आर्थिक स्थिरता और सतत् विकास सुनिश्चित करने में सदस्‍य राष्‍ट्रों के बीच मजबूत सहयोग की जरूरत पर भी बल दिया। श्री लाल ने ऊर्जा दक्षता, हरित हाइड्रोजन, परमाणु ऊर्जा और जैव ईंधन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।

ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने, ऊर्जा की कमी से निपटने और सतत् विकास को बढा़वा देने की संयुक्‍त प्रतिबद्धता के साथ बैठक का समापन हुआ। ब्रिक्‍स देशों के मंत्रियों ने मजबूत सहभागिता का आह्वान किया और खुले, निष्‍पक्ष तथा भेदभाव रहित अंतर्राष्‍ट्रीय ऊर्जा बाजारों का समर्थन किया। उन्‍होंने ऊर्जा व्‍यापार के क्षेत्र में स्‍थानीय मुद्राओं के उपयोग को भी प्रोत्‍साहन दिया।

ब्रिक्‍स मंत्रियों ने प्रत्‍येक देश के अपने ऊर्जा संचरण पथ का अनुसरण करने के अधिकारों का भी समर्थन किया।

इस वर्ष की थीम है-अधिक समावेशी और सतत् शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना। भारत 2026 में अगले ब्रिक्‍स ऊर्जा सम्‍मेलन की मेजबानी करेगा।