जितेंद्र चौधरी ने प्रशासन से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया क्योंकि लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है

अगरतला, 20 मई: त्रिपुरा में निर्दोष लोगों को प्रशासन से न्याय मांगने का अधिकार नहीं है। लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है। जितेन्द्र चौधरी ने राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन से इस पर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। कल, सोमवार को नर्तकी सानू मालाकार माताबाड़ी परिसर में उत्पीड़न का शिकार हुई। माकपा के राज्य सचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य जितेन्द्र चौधरी ने आज उस घटना के मद्देनजर इस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की।

इस दिन उन्होंने कहा कि अगरतला के बेलताली निवासी सानू मालाकार अपने औद्योगिक कौशल का उपयोग पैसा कमाने और गरीबों की मदद करने के लिए कर रहे हैं। वह विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर नृत्य करते हैं और कमाए गए पैसों से गरीबों की मदद करते हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर देखा गया कि कल त्रिपुरेश्वरी मंदिर परिसर में एक असहाय बुजुर्ग व्यक्ति के बगल में खड़े होने के दौरान उन पर हमला किया गया। वायरल वीडियो में एक हिंदुत्व कार्यकर्ता को दिखाया गया है, जिस पर मंदिर परिसर में नृत्य करके एक बुजुर्ग महिला की मदद करते समय हमला किया गया। एक बार तो उसने सानू पर हमला भी कर दिया। सानू का अपराध यह था कि वह मंदिर परिसर में दूसरे धर्मों के गाने बजा रहा था और नाच रहा था। इसी वजह से उन्हें जिहादी तक कहा गया। उसे भी बुरी तरह पीटा गया। आश्चर्य की बात यह है कि प्रशासन द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का लगातार उल्लंघन हो रहा है। त्रिपुरा में निर्दोष लोगों को प्रशासन से न्याय मांगने का अधिकार नहीं है। जितेन्द्र चौधरी ने राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन से इस पर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।