केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि 2047 तक भारत का ‘विकसित भारत’ बनने का सफर महज एक आकांक्षा नहीं है, बल्कि एक साझा राष्ट्रीय मिशन है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत मिशन समावेशी, टिकाऊ और नवाचार आधारित विकास के विजन से प्रेरित है।
अमेरिका में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में आज अपने संबोधन के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की दसवीं से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि यह भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक प्रासंगिकता का संकेत है।
श्रीमती सीतारामन ने कहा कि भारत में किए गए कुछ काम उल्लेखनीय हैं और इसका एक उदाहरण डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और इसकी सफलता है। भारत सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और वित्तीय स्वतंत्रता बढ़ाने के लिए कई उपाय शुरू किए जाने के बीच वित्त मंत्री ने कहा कि भारत बदल रहा है और भारतीय महिलाएं भी बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर कामकाजी महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश को बढ़ाकर छह महीने कर दिया गया है।
इससे पहले, श्रीमती सीतारामन ने सैन फ्रांसिस्को में गूगल क्लाउड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थॉमस कुरियन और उनकी टीम से मुलाकात की। उन्होंने हाल के वर्षों में डिजिटल इंडिया पहल के तहत भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे के परिवर्तनकारी विकास पर चर्चा की, जिसने देश को डिजिटल वैश्विक नेता बनाया। कुरियन ने भारत के एआई मिशन को स्वीकार किया और उसकी सराहना की और प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है, उसने भारत को भूमि और समुद्री केबलों के माध्यम से दुनिया से जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गूगल क्लाउड का लक्ष्य 2030 तक दुनिया भर में अपने डेटा केंद्रों और कार्यालयों में पूरी तरह से कार्बन-मुक्त ऊर्जा पर काम करना है और उन्होंने आगामी निवेश रणनीति के बारे में बात की, जिस पर समूह भारत के लिए काम कर रहा है।
