रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत का रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ रहा है और विश्व में रक्षा निर्यात में इसकी क्षमता बढ़ रही है। यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
नई दिल्ली में डिफेंस कॉन्क्लेव- फोर्स ऑफ द फ्यूचर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र की क्षमताओं को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर भी ध्यान केंद्रित किया है। श्री सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को और बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने वर्ष 2025 को सुधार वर्ष घोषित किया है।
सम्मेलन का उद्देश्य भारत के उभरते रक्षा परिदृश्य पर चर्चा करना, तकनीकी प्रगति और सैन्य क्षेत्र में रणनीतिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना है। इसमें रक्षा सुधार, आत्मनिर्भरता, स्वदेशी विनिर्माण, रक्षा निर्यात और उभरती प्रौद्योगिकियों, जैसे विषयों पर परिचर्चाएं भी शामिल हैं। इनमें उच्च सैन्य अधिकारी, सरकारी प्रतिनिधि, उद्योगपति और नवप्रवर्तक भाग लेते हैं।
