प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पिछले दस साल में सरकार ने देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं। उन्होंने वर्टिकल लिफ्ट समुद्री सेतु का उद्घाटन और 8,300 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद कहा कि तमिलनाडु के विकास ने राष्ट्र के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजनाएं रामनवमी के अवसर पर एक उपहार हैं।
प्रधानमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका जीवन आध्यात्मिकता को विज्ञान से जोड़ने का प्रतीक है। श्री मोदी ने प्राचीन तमिल संस्कृति और भाषा को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि पांबन सेतु प्रौद्योगिकी का परम्परा से मिलन का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि प्राचीन रामेश्वरम मंदिर में पूजा-अर्चना करना महत्वपूर्ण क्षण है। वर्टिकल लिफ्ट समुद्री सेतु को 21वीं सदी का आश्चर्य बताते हुए उन्होंने इंजीनियरों को बधाई दी है। इससे व्यापार, पर्यटन और कारोबार में सरलता आएगी और लोगों को रोजगार मिलेगा।
श्री मोदी ने पिछले दस वर्षो में विभिन्न उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में सडक, हवाई अड्डे और बंदरगाह तथा बुनियादी क्षेत्र में छह गुना ज्यादा आवंटन हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मालवहन में पूर्वी और पश्चिमी मालवहन गलियारा और वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत रेल सेवाएं महत्वपूर्ण हैं।
श्री मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्ष में सरकार के प्रयासों से श्रीलंका की जेलों से 3,700 मछुआरों की रिहाई हुई है। इनमें से इस वर्ष 600 से अधिक मछुआरे शामिल हैं। उन्होंने राज्य सरकार से छात्रों को मातृभाषा में मेडिकल की शिक्षा लेने की अनुमति देने का अनुरोध किया। उन्होंने राजनेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे अपने पत्रों में तमिल भाषा में हस्ताक्षर भी नही करते हैं।