सुनीता विलियम्स ने भारत के बढ़ते अंतरिक्ष कार्यक्रम को अपना समर्थन और अनुभव देने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की

भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने भारत के बढ़ते अंतरिक्ष कार्यक्रम को अपना समर्थन और अनुभव देने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के मिशन से पृथ्वी पर लौटने के कुछ ही दिन बाद कल हुए संवाददाता सम्‍मेलन में उन्‍होंने यह बात कही।

अंतरिक्ष से भारत को देखने के अपने विस्मयकारी अनुभव को उन्‍होंने अद्भुत बताया। सुनीता विलियम्‍स विशेष रूप से हिमालय के लुभावने दृश्य से मोहित थीं।

उनके लिए अंतरिक्ष से भारत को देखना बहुत ही व्यक्तिगत और अपनी जड़ों से जुड़ने जैसा एहसास था। सुनीता विलियम्‍स ने गुजरात और मुंबई को अंतरिक्ष से देखने का वर्णन किया, जिसमें उन्‍हें तट से दूर मछली पकड़ने वाली नौकाओं के बेड़े दिखे, ये दृश्‍य घर वापसी की अनुभूति करा रहे थे।

59 वर्षीय सुनीता विलियम्‍स ने जल्द ही अपने पिता की मातृभूमि की यात्रा करने की उत्‍कट अभिलाषा व्यक्त की।