राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु में आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन-2025 का उद्घाटन किया। दो दिन के इस सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने किया है।
यह सम्मेलन सहयोग को बढ़ावा देने, जागरुकता लाने और पर्यावरण संरक्षण तथा सततता के सामूहिक मिशन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने पर बल दिया।
इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परविर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि भारत कार्बन फुटप्रिंट कम करने में नवाचार को बढावा देने पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में ऊर्जा का उत्पादन करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। भारत ने वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट नवीनकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सम्मेलन में चार प्रमुख तकनीकी सत्र आयोजित किये जाएंगे, जिनमें जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण नियंत्रण, जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास सहित पर्यावरण के समक्ष चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
इन सत्रों का उद्देश्य भारत और विश्व में पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के बीच अर्थपूर्ण संवाद और सहयोग को आगे बढ़ाना है।