अगरतला, 26 मार्च: सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि विधानसभा में कोई मुख्य विपक्षी दल नहीं है। विपक्ष द्वारा विधानसभा सत्र का बहिष्कार करना सरकार के लिए शर्म और सम्मान की हानि है। कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने आज त्रिपुरा विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन अध्यक्ष की भूमिका पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही।
संयोगवश, विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन विपक्षी पार्टी सीपीआई (एम) ने अध्यक्ष की भूमिका से नाराज होकर विधानसभा के शेष दिनों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री के संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए सुदीप रॉय बर्मन ने यह भी कहा, “इन दिनों विधानसभा में मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री की बात नहीं सुन रहे हैं, जिससे असहज स्थिति पैदा हो रही है।” उन्होंने सरकार की मौजूदा स्थिति पर भी रोष व्यक्त किया। इस बीच, माकपा ने बहिष्कार का विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि अध्यक्ष पक्षपातपूर्ण हैं।