नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने के लिए 45-दिवसीय पुनर्वास कार्यक्रम में शामिल हो गये है।
स्पेसएक्स के क्रू-9 कैप्सूल में सवार दोनों अंतरिक्ष यात्री आज सुबह फ्लोरिडा के तट से दूर सुरक्षित उतरे।
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने लंबे प्रवास में भारहीनता के प्रभाव में रहे अंतरिक्ष यात्री अब इसे समाप्त करने के शारीरिक अभ्यास से गुजरेंगे। माइक्रोग्रैविटी के लंबे समय तक संपर्क में रहने से मानव शरीर के लिए अनूठी चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं।
इनमें एरोबिक क्षमता, मांसपेशियों की ताकत, धीरज, संतुलन, समन्वय, हड्डियों का घनत्व और न्यूरो-वेस्टिबुलर कार्यप्रणाली का कम होना शामिल हैं।
इन प्रभावों से निपटने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को तीन चरण वाले पुनर्वास कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। पहले चरण में गतिशीलता, लचीलापन और मांसपेशियों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाता है।
दूसरे चरण में प्रोप्रियोसेप्टिव व्यायाम और कार्डियोवैस्कुलर प्रशिक्षण शामिल है, जबकि तीसरे और सबसे लंबे चरण में कार्यात्मक विकास को प्राथमिकता दी जाती है।
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से प्रस्थान के सत्रह घंटे बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर सुरक्षित रूप से उतरा। कैप्सूल से बाहर आने के बाद, पुनर्वास शुरू करने से पहले उन्हें मेडिकल जांच के लिए भेजा गया।