राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आज सांसदों से मुफ्त उपहारों पर विचार करने को कहा और सरकार के सभी निवेशों का व्यवस्थित तरीके से उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि देश में चुनावी प्रक्रिया चुनावी प्रलोभन बन गई है और यह चुनाव के बाद बनने वाली नई सरकार को असहज स्थिति में डाल देती है।
उन्होंने राष्ट्रीय नीति लाने पर जोर दिया ताकि सरकार के सभी निवेशों का व्यवस्थित तरीके से व्यापक हित में उपयोग किया जा सके। श्री धनखड़ ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह बात कही।
उन्होंने विभिन्न राज्यों के सांसदों के वेतन और पेंशन में एकरूपता लाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।