अगरतला, 13 मार्च: दोल उत्सव से पहले राजधानी अगरतला सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाजार रंग-बिरंगे अबीर की दुकानों से भर गए हैं। दुकानों में विभिन्न रंगों के अबीर सजाए गए हैं। खरीदार अपनी पसंद के अनुसार अबीर खरीद रहे हैं।
होली, जिसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है, एक लोकप्रिय हिंदू त्योहार है। यह त्यौहार मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस त्यौहार के दौरान लोग एक-दूसरे को रंग व अन्य रंग लगाकर जश्न मनाते हैं। यह त्यौहार बुरी शक्तियों के विनाश और अच्छी शक्तियों की विजय का प्रतीक है।
हर साल होली के त्यौहार से पहले बाजार इंद्रधनुषी रंगों से भर जाते हैं। दुकानदार विभिन्न प्रकार के अबीर बेचते हैं जैसे सूखा अबीर, गीला अबीर, गूलर आदि। खरीदार अपनी पसंद का अबीर खरीदते हैं और होली खेलने की तैयारी करते हैं।
इस साल भी बाजार रंगों से सराबोर हैं। दुकानें अलग-अलग रंगों से सजाई गई हैं; अबीर विभिन्न रंगों में पाया जाता है, जिनमें लाल, नीला, पीला, हरा और गुलाबी शामिल हैं। खरीदार भी अपने पसंदीदा अबीर खरीदने के लिए उमड़ रहे हैं। बाजार में सिर्फ अबीर ही नहीं बल्कि होली की अन्य वस्तुएं भी उपलब्ध हैं। बाजार में अब उत्सव जैसा माहौल बन गया है।
दूसरी ओर, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्तमान में बाजार में हर्बल अबीर की मांग बढ़ रही है। हर्बल अबीर रसायन युक्त अबीर की तुलना में अधिक सुरक्षित है, इसलिए कई लोग हर्बल अबीर खरीदने में रुचि रखते हैं। इसके अलावा विभिन्न रंगों के साथ सुगंधित अबीर की भी मांग उल्लेखनीय है।