प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि विश्व 21वीं सदी के भारत की ओर बेहद उत्सुकता से देख रहा है। नई दिल्ली में आज भारत मंडपम में एन एक्स टी कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को जानने के लिए दुनियाभर से लोग भारत आना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां सकारात्मक समाचार निरंतर बन रहे हैं और यहां प्रत्येक दिन नई घटनाएं घटित हो रही हैं। श्री मोदी ने कहा कि प्रयागराज में एकता के संगम- महाकुंभ का हाल ही में समापन हुआ। महाकुंभ ने पूरे विश्व को चकित कर दिया कि कैसे नदी के किनारे एक अस्थायी शहर में करोडों लोगों ने पवित्र स्नान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश के लिए वोकल फॉर लोकल यानी स्थानीय उत्पादों को बढावा देने और लोकल फॉर ग्लोबल यानी वैश्विक उत्पादों को स्थानीय स्तर पर बनाने की परिकल्पना की और यह अब वास्तविकता में बदल रही है। उन्होंने कहा कि भारत, आज विश्व की नई फैक्ट्री बन रहा है और आज यह केवल कार्यबल नहीं बल्कि विश्व शक्ति बन रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि पहले जिस सामान का आयात किया जाता था अब वो देश में ही निर्मित किया जा रहा है तथा भारत अब इन उत्पादों के निर्यात के लिए महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि अब किसान अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार बेच रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के मंत्र को श्रेय दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने पिछले एक दशक में लगभग 1500 पुराने और अप्रचलित कानूनों को समाप्त किया है, जिनमें से कई कानून ब्रिटिश शासन के दौरान बनाए गए थे।
उन्होंने कहा कि एक ऐसा कानून था, “ड्रामेटिक परफॉर्मेंस एक्ट”, जो सार्वजनिक स्थानों पर नाचने वाले लोगों की गिरफ्तारी की अनुमति देता था। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह कानून स्वतंत्रता प्राप्ति के 70 साल बाद तक प्रभावी था और वर्तमान सरकार द्वारा इसे समाप्त कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि दस साल पहले एक सामान्य व्यक्ति के लिए आयकर रिटर्न (ITR) भरना एक कठिन कार्य था, लेकिन आज यह कुछ ही क्षणों में किया जा सकता है और रिफंड्स कुछ ही दिनों में खातों में क्रेडिट हो जाते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि आयकर कानूनों को सरल बनाने की प्रक्रिया संसद में जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि 12 लाख रुपये तक की आय को करमुक्त कर दिया गया है, जिससे वेतनभोगी वर्ग को महत्वपूर्ण लाभ हुआ है।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि बजट ने युवा पेशेवरों को अपनी आकांक्षाएं पूरी करने और अपनी बचत बढ़ाने में मदद की है। श्री मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य लोगों के जीवन को सरल बनाना, व्यापार को आसान बनाना और देशवासियों की आकांक्षाओं के लिए खुला आकाश प्रदान करना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का युवा सरकार की मुख्य प्राथमिकता है और शिक्षा नीति ने विद्यार्थियों को पुस्तकों से हटकर सोचने का अवसर दिया।