अगरतला, 5 फरवरी: दो महीने और दो दिन के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार त्रिपुरा में वीजा सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। वीज़ा पाने की उम्मीद में आज सुबह से ही कई लोग बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के सामने भीड़ लगाए हुए हैं।
संयोगवश, बांग्लादेश में हसीना सरकार के पतन और उनके भारत में शरण लेने के बाद, डॉ. यूनुस के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार के दौरान हिंदुओं पर अत्याचार शुरू हो गया। जब सनातन धर्म प्रचारक चिन्मय कृष्ण ब्रह्मचारी को गिरफ्तार किया गया, तो हिंदुओं के उत्पीड़न को समाप्त करने की मांग को लेकर विरोध में अगरतला में कई जुलूस और प्रदर्शन आयोजित किए गए। 3 दिसंबर को अगरतला शहर में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन ने नाटकीय मोड़ ले लिया। इसके बाद बांग्लादेश सरकार ने वीज़ा जारी करना बंद कर दिया और सहायक आयोग के सभी अधिकारियों को वापस भेज दिया गया।
हालांकि, कई लोग इस बात से खुश हैं कि लंबे अंतराल के बाद आज वीजा सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं। उन्हें उम्मीद है कि अब वीज़ा प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होगी।