रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि कश्मीर के लिए ट्रेनों का वाणिज्यिक परिचालन जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जम्मू और कश्मीर में सभी रेल पटरियों का विद्युतीकरण कर दिया गया है।
कल नई दिल्ली के रेल भवन में विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने बताया कि कटरा-श्रीनगर रेलवे लाइन की बहुप्रतिक्षित परीक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और इस पर रेलगाडियों का वाणिज्यिक परिचालन जल्द ही शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू रेलवे स्टेशन के पुर्नविकास का काम पूरा होते ही जम्मू और श्रीनगर के बीच सीधा रेल संपर्क सुनिश्चित हो जाएगा। रेल मंत्री ने जम्मू कश्मीर में रेलवे की प्रमुख बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं के बारे में ताजा जानकारी दी।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय बजट-2025 में केंद्रशासित प्रदेशों में रेलवे के बुनियादी ढांचे और विकास की परियोजनाओं के लिए विशेष प्रावधान किये गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर के लिए इस संबंध में बजट में आठ सौ 44 करोड रुपये का आवंटन किया गया है। यह इस क्षेत्र में रेलवे अवसंरचना और संपर्क को बढाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रेल मंत्री ने रेलवे के विद्युतीकरण में महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि 2014 से अब तक तीन सौ 44 किलोमीटर रेल पटरियों का विद्युतीकरण किया गया है जिससे जम्मू-कश्मीर में यह काम शत प्रतिशत पूरा हो गया है। श्रीनगर की यात्रा के लिए रेलगाडी बदलने की जरूरत से जुडे प्रश्न का उत्तर देते हुए श्री वैष्णव ने बताया कि जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ऐसी आवश्यकता पडती है।
उन्होंने कहा कि जम्मू रेलवे स्टेशन का पुर्नविकास इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है ताकि निर्बाध यात्रा सुनिश्चित की जा सके। वित्त और विकास संबंधी जानकारी देते हुए रेलमंत्री ने बताया कि 2014 से अब तक जम्मू-कश्मीर में 135 किलोमीटर नई रेलवे लाइन बिछाई गई है जिससे क्षेत्रीय संपर्क और आवागमन में सुधार हुआ है।
उन्होंने यह भी बताया कि बडगाम, जम्मूतवी, कटरा और उधमपुर जैसे चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों को 292 करोड पचास लाख रुपये की कुल लागत से अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है, इससे रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के लिए सुविधाएं बढेंगी और बुनियादी ढांचे का विकास होगा।