अगरतला, 25 जनवरी: माकपा अपनी कमियों को छिपाने के लिए सरकार को बदनाम करने का प्रयास जारी रखे हुए है। यह किसी भी तरह से वांछनीय नहीं है, क्योंकि जनता को हर चीज की जानकारी होती है। त्रिपुरा प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में माकपा की रैली में बाधा डालने के सरकार के आरोपों का जवाब दिया।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि राष्ट्रीय संकट के दौरान आरएसएस ने राज्य के हित में विदेशी ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। हाल के दिनों में, शक्तिशाली कांग्रेस ने संविधान और उसके लेखकों का अपमान किया है। आज वे ही हैं जो विभिन्न स्थानों पर संविधान का प्रचार और प्रसार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अतीत में संविधान में देश की सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला गया था। लेकिन कांग्रेस सरकार ने संविधान में संशोधन कर सभी तस्वीरें हटा दीं। आज वही कांग्रेस संविधान के बारे में बड़ी-बड़ी टिप्पणियाँ कर रही है। लेकिन भाजपा सरकार ने संविधान का सम्मान किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि देश में अलग-अलग समय पर विभिन्न संकट आए हैं। उस समय उन्होंने राज्य के हित में विदेशी शक्तियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आज कांग्रेस आरएसएस के बारे में गलत टिप्पणी कर रही है। इस दिन उन्होंने माकपा के 24वें राज्य सम्मेलन में सरकार के काम में बाधा डालने के आरोपों पर टिप्पणी की। उनका कहना है कि सीपीआई(एम) लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती। लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से राजनीतिक सभाएं आयोजित करने का अधिकार है। यदि आप किसी सरकारी स्थान पर सार्वजनिक सभा आयोजित करना चाहते हैं, तो आपको पहले से आवेदन करना होगा। इसका मतलब यह नहीं है कि सरकारी कार्यक्रमों को अवरुद्ध करके और छात्रों की पढ़ाई में बाधा डालकर सीपीएम को जगह दी जाएगी। वास्तव में, सीपीआईएम अपनी कमियों को छिपाने के लिए सरकार को बदनाम करने का प्रयास जारी रखे हुए है। यह किसी भी तरह से वांछनीय नहीं है, क्योंकि जनता को हर चीज की जानकारी होती है।