राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्‍द्र बोस की जयंती पर श्रद्धाजलि अर्पित की

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नेताजी सुभाष चन्‍द्र बोस की जयंती पर श्रद्धाजलि अर्पित की। नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। सोशल मीडिया पोास्‍ट में राष्‍ट्रपति ने कहा कि नेताजी भारत के स्‍वाधीनता संघर्ष में सर्वाधिक दृढ़ और प्रेरक हस्तियों में शामिल थे।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि स्‍वतंत्रता के लिए नेताजी के बिगुल से लाखों भारतीय स्‍वाधीनता संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए। राष्‍ट्रपति ने कहा कि स्‍वाधीनता हासिल करने के लिए नेताजी की अथक प्रतिबद्धता और आजाद हिन्‍द फौज का साहसी नेतृत्‍व भारतीयों की पीढियों को प्रेरित करते रहेंगे।

उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत की स्‍वतंत्रता और आजाद हिन्‍द फौज के गठन के लिए नेताजी का अनुकरणीय समर्पण उनकी असाधारण दृष्टि और वीरता का प्रमाण है। श्री धनखड़ ने कहा कि नेताजी की वीरता, राष्‍ट्रवादी जोश और भारत को विदेशी शासन से मुक्‍त कराने में महत्‍वपूर्ण योगदान असंख्‍य भारतीय को प्रेरित करते रहेंगे। नेताजी का जीवन मातृभूमि के प्रति निस्‍वार्थ समर्पण का उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्‍वाधीनता आंदोलन में नेताजी सुभाष चंद बोस का योगदान अतुलनीय है। श्री मोदी ने कहा कि नेताजी साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनकी दूरदृष्टि देश को आज भी प्रेरित कर रही है क्‍योंकि हम उनके सपनों का भारत बना रहे हैं।