इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का शानदार प्रदर्शन होगा। इसमें संविधान लागू होने के 75 वर्षों और जन भागीदारी पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित रहेगा। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियान्तो इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कर्तव्य पथ पर परेड में भारतीय सशस्त्र बलों के साथ-साथ इंडोनेशिया का 160 सदस्यों का मार्चिंग दस्ता और 190 सदस्यों का बैंड दस्ता भी भाग लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्वर्णिम भारत – विरासत और विकास विषय पर केंद्रित विभिन्न राज्यो, केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों की 31 झांकियां भी कर्तव्य पथ पर निकलेंगी।
यह भी कहा गया है कि परेड में शामिल दो झांकियों में संविधान के 75 वर्षों की गाथा को प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में विशेष संदेश पट्टिका वाले गुब्बारे भी उड़ाए जाएंगे।
इस अवसर पर 34 श्रेणियों के लगभग 10 हजार विशेष अतिथियों को राष्ट्र और समाज के निर्माण में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। उनमें ग्राम पंचायतों के वे सरपंच भी शामिल हैं जो प्रमुख सरकारी योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्हें विशेष अतिथि के रूप में यह समारोह देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि ये अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति हैं, जो स्वर्णिम भारत की भावना को साकार कर रहे हैं।