नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा प्रतिष्ठित खेल पुरस्कारों से सम्मानित किए जाने पर खिलाड़ियों ने अत्यधिक प्रसन्नता व्यक्त की है। आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित और पेरिस पैरालिम्पिक्स में भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। इनमें सबसे बड़ी चुनौती अपने भीतर की लड़ाई लड़ना और खुद को साबित करना था।
आकाशवाणी समाचार से बातचीत में द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित और निशानेबाजी कोच दीपाली देशपाण्डे ने कहा कि खिलाड़ी सफलता के मुकाबले असफलता का अधिक सामना करते हैं और कोच के रूप में उनकी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना होती है कि ये असफलताएं खिलाड़ी पर नकारात्मक असर न डाले, बल्कि वो इनसे सीखें।