केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत आधुनिक, समावेशी और प्रगतिशील समाज के निर्माण के लिए दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करने की राह पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार प्रौद्योगिकी और परंपरा इस राह पर आगे बढ़ने का मंत्र है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति में युवाओं की भूमिका निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है।
आज सवेरे भुवनेश्वर में युवा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने अमृतकाल में ‘विकसित भारत’ की दिशा में यात्रा अभी शुरू की है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास बहुत हद तक भावी पीढ़ी के लिए है।
इस अवधि में युवा आगे आकर देश का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार युवा पीढ़ी को अपने प्रयासों में तेजी लाने के लिए सही दिशा में प्रेरणा देगी। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से बदलाव हो रहे हैं, उसे देखते हुए यह भी आवश्यक है कि हम प्रवासी भारतीयों को लगातार जोड़े रखने के लिए प्रयास बढ़ाएँ।
केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, पबित्रा मार्गेरिटा, डॉ0 मनसुख मांडविया, रक्षा निखिल खडसे और ओडिसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सम्मेलन में भाग लिया।