बांग्लादेश के आव्रजन तथा पासपोर्ट विभाग ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित 97 लोगों के पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं, क्योंकि वे लोगों को जबरन गायब करने और जुलाई में हुई हत्याओं में कथित रूप से शामिल थे।
मुख्य सलाहकार के उप प्रेस सचिव अबुल कलाम आज़ाद ने कल शाम ढाका में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। बांग्लादेश संगबाद संगस्था-बीएसएस के अनुसार श्री आजाद ने उन शेष लोगों के नाम नहीं बताए जिनके पासपोर्ट रद्द कर दिए गए हैं।
इससे पहले, सोमवार को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनके पूर्व रक्षा सलाहकार मेजर जनरल-सेवानिवृत्त तारिक अहमद सिद्दीकी और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक बेनजीर अहमद सहित 11 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
यह वारंट पिछले 15 वर्षों में अवामी लीग सरकार के कार्यकाल के दौरान गैरकानूनी हत्याओं और जबरन गायब किए जाने से संबंधित दो मामलों के संबंध में हैं।
रिपोर्ट के अनुसार न्यायमूर्ति मोहम्मद गोलाम मोर्तुजा मोजुमदार की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने मुख्य अभियोजक मुहम्मद ताजुल इस्लाम की याचिका को स्वीकार करते हुए यह आदेश पारित किया।
निर्देश में न्यायाधिकरण ने अधिकारियों को शेख हसीना और अन्य को गिरफ्तार कर 12 फरवरी तक पेश करने का आदेश दिया। रिपोर्ट के अनुसार न्यायाधिकरण ने बर्खास्त मेजर जनरल-जियाउल अहसान को भी इस मामले में 12 फरवरी को पेश करने का आदेश दिया है। अहसान पहले से ही जेल में हैं।
श्री ताजुल इस्लाम ने कहा कि जांच के लिए अन्य लोगों के नाम उजागर नहीं किए जा सकते। अब तक शेख हसीना पर न्यायाधिकरण में दो मामले दर्ज हैं।