प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि विश्व, युवा शक्ति के लिए भारत की ओर आशा और आंकाक्षाओं के साथ देख रहा है। नई दिल्ली के भारत मंडपम में वीर बाल दिवस को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि सरकार की नीतियों में सबसे अधिक ध्यान युवाओं के सशक्तिकरण पर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इको सिस्टम अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था, खेल, विनिर्माण उद्योग, कौशल विकास की बात हो या इंटर्नशिप योजनाओं की, सभी कार्यक्रमों को युवा केन्द्रित बनाया गया है और उनका लक्ष्य उन्हें लाभ पहुंचाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज स्टार्टअप से लेकर विज्ञान और खेल से उद्यमिता तक, युवा शक्ति नये आयाम खोल रही है।
श्री मोदी ने कहा कि बच्चों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए देशभर में दस हजार से अधिक अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत के लोकतंत्र की व्यापकता गुरूओं की शिक्षा, साहिबजादों के बलिदान और देश की एकता के मूल मंत्र पर आधारित है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वीर साहिबजादों का जीवन हमें सिखाता है कि देश की अखंडता और विचारधारा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि साहिबजादों ने धर्म का मार्ग छोड़ने की बजाय अपने जीवन का बलिदान देना उचित समझा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें सिखाता है कि राष्ट्र और देशहित से ऊपर कुछ भी नहीं है।
प्रधानमंत्री ने एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाने के अपने लक्ष्य को दोहराया, जिनके परिवार में कोई भी सक्रिय राजनीति में नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहल अगले 25 वर्षों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि वे राजनीति में नई पीढ़ी लाने के अभियान का हिस्सा बनें।
श्री मोदी ने घोषणा की कि विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलाग, अगले वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देशभर में गांवों, कस्बों और शहरों में लाखों युवा विकसित भारत के उद्देश्य और रूपरेखा पर विचार विमर्श करेंगे।