विदेश मंत्री एस. जयशंकर और कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-यहया ने विदेश मंत्रियों के स्तर पर एक संयुक्त सहयोग आयोग-जेसीसी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन-एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों नेताओं के बीच कल नई दिल्ली में एक बैठक के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौते में व्यापार, निवेश, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, कृषि, सुरक्षा और संस्कृति सहित क्षेत्रों में नए संयुक्त कार्य समूहों के गठन की रूपरेखा है। ये समूह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा और निगरानी के लिए जेसीसी के तहत कार्य करेंगे।
दोनों नेताओं ने बहुआयामी भारत-कुवैत संबंधों तथा इन्हें और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की। उन्होंने पश्चिम एशिया में हाल के घटनाक्रमों और खाड़ी सहयोग परिषद के साथ भारत के सहयोग पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
इससे पहले कल कुवैत के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि कुवैत की जीसीसी की मौजूदा अध्यक्षता के तहत भारत और खाड़ी सहयोग परिषद के बीच सहयोग और मजबूत होगा।
प्रधानमंत्री मोदी और कुवैत के विदेश मंत्री ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत संबंधों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। श्री मोदी ने कुवैत में रहने वाले भारतीय समुदाय के 10 लाख लोगों की देखभाल के लिए कुवैत के नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पश्चिम एशिया की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता की की बहाली के का समर्थन किया।