केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भूमि क्षरण और इसके कारण पलायन की समस्या से निपटने के लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर बल दिया है। श्री यादव सऊदी अरब की राजधानी रियाद में मरुस्थलीकरण की रोकथाम संबंधी संयुक्त राष्ट्र संधि में शामिल देशों के 16वें सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सम्मेलन में भारत ने भूमि की गुणवत्ता में गिरावट रोकने के लिए प्रौद्योगिकी प्रगति को विकासशील देशों से साझा करने पर बल दिया। पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यह सहयोग जरूरी है। उन्होंने प्रवासन पर, विशेषकर संवेदनशील समुदायों पर भूमि क्षरण के असर का उल्लेख किया। भारत ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग और प्रकृति अनुकूल समाधानों को जरूरी बताया।