पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि वर्ष 2047 तक बंदरगाह प्रबंधन क्षमता प्रतिवर्ष दस हजार मिलियन मीट्रिक टन करने का लक्ष्य रखा गया है। कल नई दिल्ली में पहले सागरमंथन – द ग्रेट ओशंस डायलॉग के अवसर उन्होंने कहा कि बंदरगाह क्षमता, पोत परिवहन, पोत निर्माण और अंतर्देशीय जलमार्ग के क्षेत्र में 80 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ऐसे जहाज बनाने की तैयारी कर रहा है जो स्वच्छ ईंधन पर चलेंगे।
श्री सोनोवाल ने मीडिया को बताया कि सागरमंथन में 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और वक्ता अपना ज्ञान और अनुभव साझा कर रहे हैं। श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत में पत्तन संबंधी कार्य पूरा करने का समय 45 घंटे से आधा होकर महज 22 घंटे रह गया है, जो कई उन्नत देशों से भी बेहतर है।
श्री सोनोवाल ने सागरमंथन के अवसर पर ग्रीस के समुद्री और द्वीपीय मामलों के मंत्री क्रिस्टोस स्टाइलियानाइड्स के साथ भी बैठक की। दोनों देश वर्ष 2030 तक अपने व्यापार को दोगुना करने के लिए विस्तार, वृद्धि और संतुलन पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमत हुए। श्री स्टाइलियानाइड्स ने कहा कि भारत और ग्रीस समुद्री और अन्य क्षेत्रों में व्यावहारिक समाधान तलाश रहे हैं।