रक्षा उत्पादन विभाग और उसके डीपीएसयू तथा संबद्ध कार्यालयों ने विशेष अभियान 4.0 के तहत 1500 स्थलों पर स्वच्छता अभियान का कार्यान्वयन सफलतापूर्वक संपन्न किया। अभियान के मुख्य फोकस क्षेत्रों में सार्वजनिक शिकायतों और पीएमओ/एमपी/वीआईपी तथा राज्य सरकार आदि से जुड़े संदर्भों का प्रभावी निपटान शामिल है।
इस अभियान ने कार्यस्थलों पर स्वच्छता की भूमिका और प्रभावशीलता को समझने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है और संगठनों को अपने परिसर को साफ और हरा-भरा रखने के लिए एक स्थायी तंत्र विकसित करने में मदद की है। डीपीएसयू और संबद्ध कार्यालयों ने साफ-सफाई के कई सर्वोत्तम तरीकों से परिचय कराया, जिन्हें इन संगठनों ने कार्यस्थल और उसके आसपास के वातावरण में सुधार लाने के लिए अपनाया।
अभियान के अंत में, रक्षा उत्पादन विभाग ने कई उपलब्धियां हासिल कीं, जिनमें 26,000 फाइलों/25,000 फाइलों/रिकॉर्डों की समीक्षा करना और उन्हें छांटना शामिल है। साथ ही, 2675 मीट्रिक टन स्क्रैप/अनुपयोगी वस्तुओं के निपटारे से 8 लाख वर्ग फीट जगह खाली हुई; स्क्रैप के निपटारे से 12.36 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ; 184 लोक शिकायतों और 123 लोक शिकायत अपीलों का निपटारा किया गया।
इस राष्ट्रव्यापी प्रयास के हिस्से के रूप में, सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने पर विशेष ध्यान दिया गया। उनकी सुरक्षा के महत्व पर जोर देने और उनके लिए सुरक्षित कार्य वातावरण को बढ़ावा देने में बड़े समुदाय को शामिल करने के लिए वॉकथॉन जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस पहल ने सफाई कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और स्वास्थ्य जांच शिविरों के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया गया।
इस अभियान के दौरान, प्रतिभागियों को अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता बनाए रखने के महत्व के बारे में शिक्षित किया गया और साथ ही घर तथा कार्यस्थल दोनों जगह स्वच्छता प्रथाओं में चुनौतियों और संभावित सुधारों पर खुलकर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।